तुलसी का परिचय तथा फायदे (Introduction and Benefits of Basil in Hindi)
Tulsi Ke fayde:- तुलसी भारत की एक बहुत ही गुणकारी तथा दिव्य औषधि है। इसका वानस्पतिक नाम ओसीमम सेंक्टम (Ocimum sanctum) है तथा यह लैमिएसी (Lamiaceae) कुल की पौधा मानी जाती है। यह भारत के प्रत्येक घर में पायी जाती है इसे पीछे धार्मिक तथा वैज्ञानिक दोनों राज छिपे है। तुलसी तो एक पवित्र पौधा माना जाता है, धार्मिक दृष्टिकोण से यह पूज्यनीय पौधा है जो गृह-क्लेश तथा बुरे तत्वों से बचाती है, तथा विज्ञान के हिसाब से यह 24 घंटे शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करने वाली चमत्कारी पौधा है।
इसके साथ ही अब नजर डालते है इसके औषधीय गुणों (Medicinal properties of basil) पर तुलसी हमे कई बीमारियों के खतरे से दूर करने का काम करती है साथ ही हमे स्वस्थ भी रखती है। तुलसी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर से सूजन को कम करते हैं और शरीर में मौजूद संक्रमण को खत्म करने का काम करते हैं। तुलसी के अलावा तुलसी के बीज (tulsi ke beej ke fayde) भी मानव जीवन के लिए बहुत फायदेमंद है। तुलसी के बीज (Basil seeds) को आयुर्वेदिक और चीनी उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के बीज का इस्तेमाल कई साल से घरेलू उपचार के रूप में भी किया जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर और लौह की उच्च मात्रा होती है। आपको बता दें कि आमतौर पर तुलसी के बीज पाचन, वजन घटाने, खांसी और ठंड का इलाज, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के अलावा और कई स्वास्थ्य फायदे देता हैं।
तुलसी के लाभकारी गुण (Beneficial properties of basil):-
औषधीय उपयोग की दृष्टि से तुलसी की पत्तियां (tulsi ke patte ke fayde) ज्यादा गुणकारी मानी जाती हैं। इनको आप सीधे पौधे से लेकर खा सकते हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी के बीज के फायदे भी अनगिनत होते हैं। तुलसी के पत्ते बुखार, दिल से जुड़ी बीमारियां, पेट दर्द, मलेरिया और बैक्टीरियल संक्रमण तथा अन्य बहुत सारी समस्याओं ने बहुत फायदेमंद हैं। तो आइये जानते है इसके फायदे तथा बिमारियों में होने लाभ -
पेट की समस्या में लाभप्रद है तुलसी के बीज (Basil seeds are beneficial for stomach problems):-
आज के अनुचित खान-पान तथा ख़राब जीवनशैली से कई लोग अक्सर पेट संबंधित समस्याओं से परेशान रहते हैं। तुलसी के बीज पाचन तंत्र को सुधारता है। इसे पानी में डालने पर फूल जाता है और ऊपर एक जिलेटिन की परत बना लेता है। इसे पानी में डालकर पीने से पेट सही रहता है। इसमें मौजूद फाइबर आंतों की अच्छी तरह से सफाई करता है। यह कब्ज, एसिडिटी और अपच की समस्या को दूर करता है।
वजन घटाने में मददगार (Tulsi Helps in weight reduction):-
आज कल अधिकांश लोग हाइली फैट तथा कोलेस्ट्रॉल से परेशान है ऐसे में तुलसी के बीज का उपयोग काफी मददगार साबित हो सकता है। तुलसी के बीज (Tulsi ke fayde for weight loss) में कैलोरी कम मात्रा में होती है और यह भूख को कम तथा फैट बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इस प्रकार यह वजन घटाने में बहुत लाभदायक हो सकता है। तुलसी के बीज में उच्च फाइबर सामग्री आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती। वजन कम करने के लिए आप इन्हें आहार में शामिल कर सकते हैं।
दिमाग को रखे तनावमुक्त (Basil keeps you stress free):-
आपने देखा होगा ब्यक्त जिंदगी में किसी ना किसी बात को लेकर अक्सर कई लोग तनाव के कारण काफी परेशान रहते हैं, और तनामुक्त रहने के लिए कई तरह की चीजों को अपनाते हैं। आप तुलसी के बीज से खुद को तनावमुक्त रख सकते हैं। तुलसी के बीज दिमाग पर काफी अच्छा प्रभाव डालते हैं। यह तनाव और चिंता जैसी समस्या में छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। तुलसी के बीज के सेवन से मानसिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
प्रतिरक्षा बढ़ाने में सहायक (Basil benefits for immunity in Hindi):-
तुलसी के बीज में मौजूद फ्लैवोनोइड्स और फेनोलिक शरीर की प्रतिरक्षा (Immunity ) प्रणाली को सुधारता है। तुलसी के बीज में एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों के कारण होने वाली क्षति से सुरक्षा प्रदान करते हैं। फ्री रेडिकल्स यानी मुक्त कणों के डैमेज की वजह से उम्र से पहले बुढ़ापे आने लगता है। और आप बार-बार रोगग्रस्त होने लगते है जिसके कारण शरीर कमजोर पड़ने लगता है। ऐसे में आप तुलसी के प्रयोग से अपनी इम्युनिटी स्ट्रांग बना सकते है। आप चाय में भी तुलसी के बीजों को डालकर उनका सेवन कर सकते हैं, जिससे आपकी प्रतिरक्षा पहले से काफी मजबूत हो सकती है।
रक्तसंचार दुरुस्त करता है (Betters the blood circulation):-
कई लोगो को रक्तसंचार के बिगड़ने से तमाम समस्याएं सामने आती है ,व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कभी हाई तथा कभी लो होता रहता है। तुलसी के 3 -4 पत्तो (tulsi ke patte ke fayde) को सुबह खली पेट सेवन करने से या तुलसी युक्त चाय पीने से रक्त संचार व्यवस्थित होता है, और व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है।
सर्दी जुकाम से राहत दिलाये (Beneficial for cold) :-
Basil Benefits in cold cough in hindi- ख़राब वातावरण या कमजोर इम्युनिटी की वजह से इंसान को सर्दी जुकाम हो सकती है। कई बार मौसम के बदलने पर भी सर्दी जुकाम हो जाता है पर कुछ लोग इससे कुछ ज्यादा ही परेशान हो जाते है। ऐसे में शहद के साथ तुलसी पत्र मिश्रण करके सेवन करने से सर्दी-जुकाम तथा गले के खरास से आराम मिलता है।
मुँह से दुर्गन्ध (पायरिया) में फायदेमंद (Beneficial for pyria):-
मुँह से दुर्गन्ध आना अपने आप में एक बेइज्जती है, कोई आपसे बात नही करना चाहता और आपका इम्प्रैशन डाउन होता है। आपने देखा होगा अत्यधिक पुरुष/महिलाओं को मुँह से दुर्गन्ध तथा साथ में मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है, जिसे पायरिया का लक्षण माना जाता है। तुलसी में एंटी-बैक्टेरियल गुण होते है (pyria me tulsi ke fayde) जिससे यह मसूड़ों को कमजोर बनाने वाले कीटाणुओं को नष्ट करता है और मसूड़ों को मजबूत बनाता है जिससे मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है। तथा इसकी पत्तियों को दिन में 3-4 चबाकर निनिगल जाने से मुँह से दुर्गन्ध आने की समस्या ख़त्म हो सकती है।
दाँत दर्द में आरामदायक (Convenient for toothache ):-
बहुत बच्चो को तथा युवावर्ग में भी दाँत दर्द बहुत ही कष्टदायी होता है। तुलसी की पत्तियां दांत दर्द से आराम दिलाने में भी कारगर हैं। दांत दर्द से आराम पाने के लिए काली मिर्च और तुलसी के पत्तों की गोली बनाकर दांत के नीचे रखने से दांत के दर्द से आराम मिलता है।
पीलिया से राहत (Beneficial for Jaundice ):-
पीलिया एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसका अगर ठीक से इलाज न कराया जाये तो ये जानलेवा भी साबित हो सकती है। इस बीमारी में इंसान के शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की कमी होने लगती है, शरीर पीला पड़ने लगता है, और अत्यंत कमजोर हो जाता है। 5 -7 तुलसी के पत्तों को पीसकर छाछ के साथ मिलाकर पीने से पीलिया में लाभ होता है। इसके अलावा तुलसी के पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से भी पीलिया में आराम मिलता है।
प्रसव उपरांत दर्द से राहत (Relief from child birth pain):-
विज्ञान का मानना है की एक बच्चे को जन्म देने में 22 हड्डियों के एक साथ टूटने जितना दर्द होता है। प्रसव के बाद महिलाओं को तेज दर्द होता है और इस दर्द को दूर करने में तुलसी की पत्तियां काफी लाभदायक हैं। तुलसी-पत्र-स्वरस में पुराना गुड़ तथा खाँड़ मिलाकर प्रसव होने के बाद पिलाने से प्रसव के बाद होने वाले असहनीय दर्द से आराम मिलता है।
इन प्रमुख समस्याओं में तुलसी के प्रयोग के आलावा भी इसे नपुंसकता, त्वचा रोग, दाद और खुजली, मासिक धर्म की अनियमितता, तथा बुखार से आराम जैसी अन्य कई समस्याओ के समाधान के तौर पर किया जाता है।
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